数を数えていくと、すうはどんどん大きくなる。
ぼくは小学校のとき、大きな数を書いてある本をみて、
これは面白いと、「いち、じゅう、ひゃく、せん・・・・無量大数」と全部覚えて、お経のように唱えていた。
では、どこまで数は数えられるんだろうか。
これは、江戸時代の本「塵劫記」に記された、大きな数の数え方。
書き方 | 読み方など | 0の数と、数字での表し方 | |
一 | いち | 0 | 1 |
十 | じゅう | 1 | 10 |
百 | ひゃく | 2 | 100 |
千 | せん | 3 | 1000 |
万 | まん | 4 | 10000 |
億 | おく | 8 | 1,0000,0000 |
兆 | ちょう | 12 | 1,0000,0000,0000 |
京 | けい | 16 | 1,0000,0000,0000,0000 |
垓 | がい | 20 | 1,0000,0000,0000,0000,0000 |
[禾予] | じょ | 24 | 1,0000,0000,.0000,0000,0000,0000 |
穣 | じょう | 28 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
溝 | こう | 32 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
澗 | かん | 36 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
正 | せい | 40 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
戴 | さい | 44 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
極 | ごく | 48 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
恒河砂 | ごうがしゃ (ガンジス川の砂) |
52 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
亜僧ぎ[示氏] | あそうぎ(仏教の言葉) | 56 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
那由他 | なゆた(仏教の言葉) | 60 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
不可思議 | ふかしぎ | 64 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
無量大数 | むりょうたいすう | 68 | 1,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000,0000 |
0は、四つずつ、句切ってコンマを打ってあります。
このほうが、日本式の読み方には適しています。
時代によって、漢字の書き方や順番に違いがあるようです。
「塵劫記」(宝暦本)という江戸時代の本にこう書かれているそうです。
インターネット(https://village.nfoweb.ne.jp/~fxba0016/)で調べました。
もう一度調べてみよう。(2011年12月)